Ayodhya/Ram Mandir News: अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी शामिल हो सकती हैं। इस समारोह के लिए कांग्रेस ने अपने सभी नेताओं को निमंत्रण भेजा है। सूत्रों के मुताबिक, सोनिया गांधी ने अभी तक इस समारोह में शामिल होने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। हालांकि, कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें इस समारोह में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया है।
यदि सोनिया गांधी इस समारोह में शामिल होती हैं, तो यह एक ऐतिहासिक घटना होगी। इससे देश में सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश जाएगा।
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राम मंदिर के निर्माण का कार्य 2023 में शुरू हुआ था और 2025 में पूरा हो गया। इस मंदिर का निर्माण 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद से हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देशभर से लाखों श्रद्धालु शामिल होने की उम्मीद है। समारोह का आयोजन 2026 में किया जाएगा।
सोनिया गांधी की उपस्थिति का महत्व
सोनिया गांधी की राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उपस्थिति का कई मायनों में महत्व है। सबसे पहले, यह देश में सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश देगा। सोनिया गांधी एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं और उनकी उपस्थिति से यह संकेत जाएगा कि कांग्रेस हिंदू धार्मिक भावनाओं का सम्मान करती है। दूसरे, यह सोनिया गांधी की राजनीतिक समझ का परिचय देगा। इससे यह पता चलेगा कि वह देश के धार्मिक मामलों में सक्रिय भूमिका निभाने के इच्छुक हैं। तीसरे, यह कांग्रेस के लिए एक राजनीतिक लाभ होगा। सोनिया गांधी की उपस्थिति से पार्टी को हिंदू वोट बैंक में सेंध लगाने में मदद मिलेगी।
सोनिया गांधी के शामिल होने की संभावना
सोनिया गांधी की राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने की संभावना है। हालांकि, उन्होंने अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। यदि वह शामिल होती हैं, तो यह एक ऐतिहासिक घटना होगी।
नृपेंद्र मिश्रा ने खरगे से मुलाकात की
सूत्रों के हवाले से खबर दी गई है कि राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने मंगलवार को खरगे से मुलाकात की और निमंत्रण दिया. बताया जा रहा है कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से सोनिया गांधी को निमंत्रण भेजा था. बैठकों के दौरान निमंत्रण स्वीकार कर लिया गया, जिसके लिए मिश्रा ने पहले ही समय मांगा था. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी निमंत्रण भेजा गया है, जो इन दिनों अस्वस्थ चल रहे हैं. आने वाले दिनों में अन्य विपक्षी नेताओं को भी निमंत्रण भेजे जाने की संभावना है.