Lok Sabha Elections 2024
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी लोकसभा चुनावों में राम मंदिर को एक बड़ा मुद्दा बनाने की योजना बनाई है। पार्टी का मानना है कि यह मुद्दा हिंदू वोट बैंक को एकजुट करने में मदद करेगा।
भाजपा ने हाल ही में राम मंदिर निर्माण के लिए एक विशेष समिति का गठन किया है। इस समिति का नेतृत्व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह कर रहे हैं। समिति का कार्य राम मंदिर निर्माण के लिए एक विस्तृत योजना तैयार करना है।
भाजपा का मानना है कि राम मंदिर निर्माण का सपना 1947 से हिंदूओं के लिए एक लंबे समय से चली आ रही आकांक्षा है। पार्टी का मानना है कि इस मुद्दे को उठाकर वह हिंदू वोट बैंक को एकजुट कर सकती है।
विपक्ष का विरोध:
राम मंदिर मुद्दे को लेकर विपक्षी दलों ने भाजपा पर निशाना साधा है। कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि राम मंदिर का मुद्दा राजनीतिक है और इसका उपयोग चुनावों में वोट बटोरने के लिए किया जा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “राम मंदिर का मुद्दा एक धार्मिक मुद्दा है, इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए। भाजपा इस मुद्दे को चुनावी मुद्दा बनाकर हिंदू वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रही है।”
राय:
राम मंदिर मुद्दा भारत में एक विवादास्पद मुद्दा है। इस मुद्दे पर हिंदू और मुस्लिम दोनों ही समुदायों में मजबूत भावनाएं हैं। भाजपा का मानना है कि राम मंदिर निर्माण से देश में हिंदुत्व की भावना को बढ़ावा मिलेगा। वहीं, विपक्षी दलों का मानना है कि यह मुद्दा देश में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा सकता है।
यह देखना बाकी है कि भाजपा की राम मंदिर को बड़ा मुद्दा बनाने की योजना कितनी सफल होती है। चुनावी नतीजे ही इस बात का फैसला करेंगे कि राम मंदिर मुद्दा हिंदू वोट बैंक को एकजुट करने में मदद कर पाता है या नहीं।