Reliance Capital: 27 फरवरी, 2024 को, राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) ने हिंदुजा समूह की इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) द्वारा रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी।
IIHL ने रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) के लिए 9,000 करोड़ रुपये की समाधान योजना पेश की थी, जिसे NCLT ने स्वीकार कर लिया। इस अधिग्रहण के साथ, हिंदुजा समूह वित्तीय सेवा क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बन जाएगा। रिलायंस कैपिटल के पास कई तरह के वित्तीय सेवा व्यवसाय हैं, जिनमें म्यूचुअल फंड, जीवन बीमा, सामान्य बीमा और स्टॉक ब्रोकिंग शामिल हैं।
हिंदुजा समूह के पास भी वित्तीय सेवा क्षेत्र में कई व्यवसाय हैं, जिनमें बैंकिंग, बीमा और निवेश प्रबंधन शामिल हैं। इस अधिग्रहण से दोनों समूहों के लिए कई फायदे होंगे।
हिंदुजा समूह को रिलायंस कैपिटल के ग्राहकों और वितरण नेटवर्क तक पहुंच मिलेगी। रिलायंस कैपिटल को हिंदुजा समूह की वित्तीय और प्रबंधकीय विशेषज्ञता से लाभ होगा। यह अधिग्रहण भारतीय वित्तीय सेवा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण घटना है।
IIHL ने रिलायंस कैपिटल के ऋणदाताओं को 9,000 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा। IIHL रिलायंस कैपिटल के सभी कर्मचारियों को भी रखेगा। यह अधिग्रहण अगले कुछ महीनों में पूरा होने की उम्मीद है।
कर्मचारियों पर प्रभाव:
यह अधिग्रहण रिलायंस कैपिटल के लगभग 25,000 कर्मचारियों के भविष्य को प्रभावित करेगा। IIHL ने कर्मचारियों को बनाए रखने की घोषणा की है, लेकिन संभावित रूप से विलय और पुनर्गठन के कारण भूमिकाओं में बदलाव या अतिरेक हो सकता है। कर्मचारी संघों को यह सुनिश्चित करने के लिए सतर्क रहना चाहिए कि अधिग्रहण प्रक्रिया के दौरान कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा की जाए।
ग्राहकों पर प्रभाव:
यह अधिग्रहण रिलायंस कैपिटल के लाखों ग्राहकों को भी प्रभावित करेगा।
यह देखना होगा कि क्या IIHL रिलायंस कैपिटल के मौजूदा उत्पादों और सेवाओं को जारी रखेगा या उन्हें अपने उत्पादों और सेवाओं के साथ एकीकृत करेगा। ग्राहकों को यह सलाह दी जाती है कि वे किसी भी परिवर्तन के बारे में अपडेट रहने के लिए कंपनियों से संचार का पालन करें।