भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड लौटा दिए हैं। उन्होंने इन पुरस्कारों को लौटाने का फैसला इसलिए किया है क्योंकि उन्हें लगता है कि भारत सरकार महिला पहलवानों के साथ उचित व्यवहार नहीं कर रही है।
विनेश फोगाट ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है, “मैंने मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड वापस करने का फैसला किया है। मुझे लगता है कि भारत सरकार महिला पहलवानों के साथ उचित व्यवहार नहीं कर रही है।”
विनेश फोगाट ने आगे लिखा है, “मैंने भारत सरकार से मांग की है कि वह महिला पहलवानों के लिए बेहतर सुविधाएं और अवसर प्रदान करे। अगर सरकार मेरी मांगों को नहीं मानती है, तो मैं और भी कड़े कदम उठाने के लिए तैयार हूं।”

विनेश फोगाट का यह फैसला भारत में खेल जगत में एक बड़ा विवाद पैदा कर सकता है। विनेश फोगाट एक सफल पहलवान हैं और उन्होंने भारत को कई अंतरराष्ट्रीय पदक दिलाए हैं। उनका यह फैसला सरकार पर दबाव डाल सकता है कि वह महिला पहलवानों के लिए बेहतर सुविधाएं और अवसर प्रदान करे।
विनेश फोगाट के फैसले के बाद, कई अन्य खिलाड़ियों ने भी सरकार से महिला पहलवानों के लिए बेहतर सुविधाएं और अवसर प्रदान करने की मांग की है। इन खिलाड़ियों में पहलवान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और दीपक पुनिया शामिल हैं।