बेंगलुरु जल संकट अबकी बार बड़ा रूप लेते हुए पूरे विश्व में कई जगह तक असर दिखा रहा है। सिलिकॉन वैली के कार्मिक अब Covid-19 की तरह अपने workflow को Online करने और Work From Home को लागू करने की अपील कर दी है।
इसी बीच बेंगलुरु के स्कूल भी अब बंद कर दिए गए है और Online Classes शुरू कर दी गई है ताकि बच्चे घर से ही पढ़े और उन्हे कोई परेशानी न हो। सभी ऑफिस और कंपनीज में कार्य को धीमे करने के आदेश दिए जा चुके ही क्योंकि पेयजल संकट से राज्य में काफी उद्धम मच रहा है।
क्या है बेंगलुरु के मंत्रियों का कहना?
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को IT Cell कम्पनी द्वारा Work from Home की अपील सोशल मीडिया के माध्यम से कई बार की जा रही है और साथ ही स्कूलों के कार्य को भी ऑनलाइन करने की गुहार लगाई जा रही।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और विकास मंत्री डीके शिवकुमार कहते ही की उनके घर में भी पानी का संकट आ पड़ा है और उनके घर के बोरवेल भी सूखे पड़े है।
सोशल मीडिया पर लोग संतोष जताते हुए कह रहे है की बेंगलुरु में तेज गर्मी के साथ यह पानी का संकट एक सही समय है Online काम करने का क्योंकि आने वाले 4-5 दिनों में कोई भी बारिश के कोई भी आसार नहीं है।
क्यों हुआ ये अचानक Water Crisis?
बताया जा रहा हे की 1450 MLD पानी के स्त्रोत और अंडरग्राउंड वाटर सोर्स के 700 MLD पानी के स्त्रोत के बढ़ती गर्मी से खाली होने के कारण ये जल संकट उत्पन्न हुआ है। राज्य सरकार द्वारा 10 फरवरी को लगाए अनुमान से पता चला है की गर्मी के ज्यादा होने के कारण 1200 वार्ड में पानी की कमी होगी और 50% बोरवेल सूखे पद जायेंगे।