किसानों ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन का बिगुल बजा दिया है. पंजाब-हरियाणा समेत कई राज्यों से किसान दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहे हैं. आइए आपको बताते हैं कि आखिर वह कौन सी मांगे हैं, जिन्हें लेकर किसान इस बार प्रदर्शन कर रहे हैं.
किसानों की ये है मांग:
- तीनों कृषि कानूनों को रद्द किया जाए।
- न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी दी जाए।
- बिजली बिलों को माफ किया जाए।
- किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं।
पुलिस की तैयारी:
दिल्ली पुलिस ने किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। पुलिस ने दिल्ली की सभी सीमाओं को सील कर दिया है और जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई है। पुलिस ने किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश करने पर उन्हें गिरफ्तार करने की चेतावनी दी है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
किसान आंदोलन को लेकर राजनीतिक दलों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस पार्टी ने किसानों का समर्थन किया है और सरकार से उनकी मांगों को मानने की मांग की है। इसी के साथ दिल्ली के सबसे बड़ी पार्टी आम आदमी पार्टी में भी किसानों को समर्थन दिया है और कहां है कि आम आदमी पार्टी सदर किसने की समर्थन में खड़ा रहेगी। भाजपा ने कहा है कि सरकार किसानों के हित में काम कर रही है और उनकी सभी मांगों पर विचार किया जाएगा।
आगे क्या होगा:
यह देखना बाकी है कि किसान आंदोलन का आगे क्या होगा। किसानों ने कहा है कि वे अपनी मांगों को लेकर तब तक प्रदर्शन करते रहेंगे जब तक कि उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। सरकार ने कहा है कि वह किसानों के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है।