भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो दर में लगातार बढ़ोतरी के बाद बैंकों ने भी कार और पर्सनल लोन पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। इससे इन लोनों का खर्च बढ़ गया है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने 15 मई, 2022 से कार लोन की ब्याज दर 7.20% से बढ़ाकर 7.50% कर दी है। इसी तरह, बैंक ऑफ बड़ौदा ने कार लोन की ब्याज दर 7.25% से बढ़ाकर 7.55% कर दी है। वहीं, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने कार लोन की ब्याज दर 7.35% से बढ़ाकर 7.65% कर दी है।
पर्सनल लोन की ब्याज दरों में भी बढ़ोतरी हुई है। SBI ने पर्सनल लोन की ब्याज दर 10.50% से बढ़ाकर 10.75% कर दी है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने पर्सनल लोन की ब्याज दर 10.75% से बढ़ाकर 11.05% कर दी है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने पर्सनल लोन की ब्याज दर 10.85% से बढ़ाकर 11.15% कर दी है।
बैंकों ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी का कारण मुद्रास्फीति को बताया है। मुद्रास्फीति बढ़ने से बैंकों को अपनी लागतें बढ़ रही हैं, जिससे उन्हें लोन पर ब्याज दरें बढ़ानी पड़ रही हैं।
ब्याज दरों में बढ़ोतरी से कार और पर्सनल लोन लेने वालों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। उन्हें अब अधिक ब्याज का भुगतान करना होगा।