पटना मेट्रो भारत के बिहार राज्य के पटना शहर में एक निर्माणाधीन रैपिड ट्रांजिट सिस्टम है। इसका निर्माण पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएमआरसीएल) द्वारा किया जा रहा है, जो भारत सरकार और बिहार सरकार का एक संयुक्त उपक्रम है।
पहली मेट्रो लाइन, जिसे लाइन 1 के रूप में जाना जाता है, 17.2 किलोमीटर (10.7 मील) लंबी होगी और इसमें 14 स्टेशन होंगे। यह लाइन पटना के पश्चिमी छोर पर स्थित बाईपास चौक से शुरू होकर पूर्वी छोर पर स्थित पटना जंक्शन तक चलेगी।
लाइन 1 का निर्माण 2019 में शुरू हुआ था और 2026 में पूरा होने वाला था। हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण निर्माण कार्य में देरी हुई और अब यह 2027 जनवरी में पूरा होने वाला है।
पटना मेट्रो के चालू होने से पटना शहर में परिवहन व्यवस्था में क्रांति लाने की उम्मीद है। यह शहर में यात्रा के समय और लागत को कम करने में मदद करेगा। यह शहर में प्रदूषण को कम करने में भी मदद करेगा।
यहां पटना मेट्रो के बारे में कुछ अन्य तथ्य दिए गए हैं:
- लाइन 1 का अनुमानित लागत 13,140 करोड़ रुपये है।
- लाइन 1 पर ट्रेनें 80 किलोमीटर प्रति घंटे (50 मील प्रति घंटे) की अधिकतम गति से चलेंगी।
- लाइन 1 पर ट्रेनों की आवृत्ति 5 मिनट होगी।
- लाइन 1 पर टिकटों की कीमत 10 रुपये से शुरू होगी।
पटना मेट्रो का पहला ट्रेन 2027 जनवरी में चलेगी
पटना मेट्रो भारत के बिहार राज्य के पटना शहर में एक निर्माणाधीन रैपिड ट्रांजिट सिस्टम है। इसका निर्माण पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएमआरसीएल) द्वारा किया जा रहा है, जो भारत सरकार और बिहार सरकार का एक संयुक्त उपक्रम है।
पहली मेट्रो लाइन, जिसे लाइन 1 के रूप में जाना जाता है, 17.2 किलोमीटर (10.7 मील) लंबी होगी और इसमें 14 स्टेशन होंगे। यह लाइन पटना के पश्चिमी छोर पर स्थित बाईपास चौक से शुरू होकर पूर्वी छोर पर स्थित पटना जंक्शन तक चलेगी।
लाइन 1 का निर्माण 2019 में शुरू हुआ था और 2026 में पूरा होने वाला था। हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण निर्माण कार्य में देरी हुई और अब यह 2027 जनवरी में पूरा होने वाला है।
पटना मेट्रो के चालू होने से पटना शहर में परिवहन व्यवस्था में क्रांति लाने की उम्मीद है। यह शहर में यात्रा के समय और लागत को कम करने में मदद करेगा। यह शहर में प्रदूषण को कम करने में भी मदद करेगा।