बेंगलुरु जेल कट्टरपंथीकरण मामले में चल रही रेड में NIA ( नेशनल इंटेलिजेंस एजेंसी ) ने मंगलवार को 7 राज्यो के 17 जगह पर जांच और कार्यवाही की है।
आपकी जानकारी के लिए बता दू की पिछले साल बेंगलुरु पुलिस ने जैल कट्टरपंथियों से 7 पिस्तौल, 4 हथगोले, 1 मैगजीन और 45 लाइव राउंड और 4 वॉकी-टॉकी इत्यादि हथियार जब्त किए थे। इसी मामले से जुड़ी यह तलाश अभी भी जारी है, NIA ने यह कैस पिछले साल अपने हाथ में लिया जब 6 लोगो को गिरफ्तार किया गया था।
क्या है यह लश्कर-ए-तैयबा? कौन है आखिर इसके पीछे का मास्टरमाइंड?
लश्कर-ए-तैयबा का मास्टरमाइंड टी नसीर हे जो अभी बेंगलुरु जैल में 2013 से अपनी सजा काट रहा है। इसी ने जैल में रहकर लोगो को कट्टरपंथी बनाने की साजिश को अंजाम दिया है।
बताया गया है कि एक आरोपी जुनैद अहमद अभी भी फरार है और 4 आरोपी – मोहम्मद उमर, मोहम्मद फैसल रब्बानी, तनवीर अहमद, मोहम्मद फारूक इन आतंकियों से नसीर ने अपनी फौज तैयार करी जिससे वह देश में बॉम्ब-ब्लास्ट और आतंकियों की घुसपैठ को अंजाम दे सके।
बीते दिन रामेश्वरम कैफे में हुआ था ब्लास्ट
अभी बीते कुछ दिन पहले ही व्हाइटफील्ड इलाके के एक कैफे में ब्लास्ट हुआ था उसकी भी जांच NIA ने अपने हाथ में ले ली है। बताया जा रहा हे की इस बॉम्ब ब्लास्ट में भी लश्कर-ए-तैयबा का कोई लिंक हो सकता है।
धमाके के कारण चारों तरफ धुंआ फैल गया था साथ ही अफरा-तफरी का माहौल भी देखा गया था। NIA और आतंकी गतिविधियों पर नजर रखने वाली कई एजेंसियां लगातार सुरक्षा की दृष्टि से कार्य कर रहीं हैं।
साथ ही आने वाले दिनों में भारत में लोकसभा चुनाव और IPL जैसे बड़े इवेंट भी होनें हैं ऐसे में आतंकी गतिविधियों के तेज होने का खतरा काफी बढ़ जाता है।