भारत रत्न (Bharat Ratna), भारतीय विभूषण से अधिक है। यह एक मान्यता है, एक सम्मान है, और एक गर्व की बात है। इसलिए, भारत रत्न के आकार में एक विशेषता होना निर्णायक है। इस लेख में हम जानेंगे कि भारत रत्न का पीपल पत्ता के आकार में होने का कारण क्या है।
भारत सरकार द्वारा सबसे उच्च सिविल योग्यता पुरस्कार है “भारत रत्न”
भारत रत्न (Bharat Ratna) भारत सरकार द्वारा सबसे उच्च सिविल योग्यता पुरस्कार है। यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने भारतीय समाज और राष्ट्र की सेवा में अद्वितीय योगदान दिया है। इस पुरस्कार के महत्व को दर्शाने के लिए इसे एक विशेष आकृति में बनाया गया है। भारत रत्न का आकार पीपल पत्ते के आकार को ध्यान में रखकर निर्मित किया गया है।
पीपल पत्ता भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। पीपल पेड़ को धर्मिक और आध्यात्मिक महत्व दिया जाता है और इसे भारतीय जीवन में सकारात्मक शक्ति और शुभता का प्रतीक माना जाता है। पीपल पत्ते का आकार पूरे भारतीय भूमि के अलावा विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक शास्त्रों में भी प्रयोग होता है। इसलिए, भारत रत्न को पीपल पत्ते के आकार में बनाना एक प्रतीकात्मक चयन है जो भारतीय संस्कृति को प्रतिष्ठित करता है।
भारत रत्न का पीपल पत्ते के आकार में होने का एक और कारण यह है कि पीपल पत्ता विशेष रूप से लम्बे समय तक सदैव हरा रहता है। इसका अर्थ है कि भारत रत्न के प्राप्तकर्ता भारतीय समाज और राष्ट्र की सेवा में अपना पूरा जीवन लगा देते हैं और उनकी सेवा निरंतरता और स्थायित्व के साथ चलती रहती है। इसलिए, भारत रत्न का पीपल पत्ते के आकार में होना एक प्रतीक है जो लंबे समय तक जीवित रहने वाले योगदान की प्रतिष्ठा करता है।

भारत रत्न के पीपल पत्ते के आकार में होने का एक और महत्वपूर्ण कारण यह है कि पीपल पत्ता बड़ा होता है और अपार शाखाएं बनाता है। इसका अर्थ है कि भारत रत्न के प्राप्तकर्ता अपने योगदान के माध्यम से भारतीय समाज को व्यापक और गहन रूप से प्रभावित करते हैं। उनका योगदान सिर्फ एक ही क्षेत्र में सीमित नहीं होता है, बल्कि वे विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रभावशाली पहुंच बनाते हैं। इसलिए, भारत रत्न का पीपल पत्ते के आकार में होना एक प्रतीक है जो व्यापक और गहन प्रभाव की प्रतिष्ठा करता है।
इस प्रकार, भारत रत्न का पीपल पत्ते के आकार में होना एक महत्वपूर्ण संकेत है। यह भारतीय संस्कृति की प्रतिष्ठा को दर्शाता है, भारतीय समाज की सेवा को महत्व देता है, और योगदान की महत्वपूर्णता को उजागर करता है। भारत रत्न का पीपल पत्ते के आकार में होना एक गर्व की बात है, और यह भारतीय समाज के लिए एक महत्वपूर्ण प्रेरणा स्रोत है।