नई दिल्ली, 10 जनवरी 2024 : अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं ने शामिल होने से इनकार कर दिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने सभी ने निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है।
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस पार्टी का मानना है कि धर्म एक व्यक्तिगत मामला है। पार्टी का यह भी मानना है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण एक राजनीतिक मुद्दा बना दिया गया है।
कांग्रेस के इस निर्णय से भाजपा और आरएसएस के नेता नाराज हैं। भाजपा के नेता और केंद्रीय मंत्री Arjun Modhwadia ने कहा कि कांग्रेस के इस निर्णय से साफ हो गया है कि कांग्रेस पार्टी हिंदू धर्म और संस्कृति का सम्मान नहीं करती है।
आरएसएस के अचार्य Pramod ने कहा कि कांग्रेस के इस निर्णय से देश की जनता निराश है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर के निर्माण के लिए संघर्ष करने वाले लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
कांग्रेस के इस निर्णय से अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों की संख्या कम होने की आशंका है।