मुंबई: पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के खिलाफ अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेलने वाले शार्दुल ठाकुर ने एकबार फिर सिलेक्टर्स का ध्यान खींचा है। आईपीएल से ठीक पहले और टी-20 वर्ल्ड कप के नजदीक शार्दुल ने रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में जुझारू शतक जड़ दिया। हार्दिक पंड्या और शिवम दुबे के नाम की चर्चा के बीच शार्दुल की ये पारी उनके इंटरनेशनल करियर के लिए ऑक्सीजन का काम करेगी। रेड बॉल क्रिकेट बनाम आईपीएल की बहस के बीच विपरित हालातों में शार्दुल ठाकुर ने 105 गेंद में 109 रन बनाए, जिसमें तीन चौथाई से ज्यादा रन बाउंड्रीज से आए। दाएं हाथ के इस फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर ने 13 चौके और चार छक्के जड़े।
शार्दुल के शतक से उबरी मुंबई
रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल के दूसरे दिन मुंबई की टीम होमग्राउंड पर ही लड़खड़ा गई थी। तमिलनाडु को 146 रन पर आउट करने के बाद मुंबई का स्कोर भी एक समय सात विकेट पर 106 रन हो गया था। ऐसे मौके पर भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कुछ यादगार प्रदर्शन कर चुके शार्दुल ठाकुर ने क्रीज पर एंट्री की और 109 रन की शतकीय पारी खेलकर टीम को उबारा। उनको साथ मिला नंबर-10 बल्लेबाज तनुष कोटियान का जो दूसरे दिन स्टंप्स तक 74* रन बनाकर क्रीज पर जमे हुए थे। तनुष को नंबर-11 बल्लेबाज तुषार देशपांडे (17*) का भी साथ मिला। दोनों 10वें विकेट के लिए नाबाद 63* रन जोड़ चुके हैं। इससे पहले तमिलनाडु के कप्तान आर साई किशोर ने छह विकेट लेकर मुंबई को बैकफुट पर धकेल दिया था। स्टंप्स तक मुंबई ने नौ विकेट गंवाकर 353 रन बना लिए थे और उसे पहली पारी के आधार पर 207* रन की बढ़त मिल चुकी थी।
टीम इंडिया के लिए कितने अहम?
शार्दुल ठाकुर ने साल 2022 में भारत के लिए आखिरी बार टी-20 इंटरनेशनल मैच खेला था। वेस्टइंडीज के खिलाफ ईडन गार्डंस में उन्हें बल्लेबाजी का मौका तो नहीं मिला था, लेकिन गेंद से दो विकेट जरूर झटके थे। तब से वह भारतीय टी-20 टीम में आने को बेकरार है। गेंद और बल्ले के साथ वह कितने प्रभावी है ये बताने की जरूरत नहीं।
भारत के लिए 11 टेस्ट, 47 वनडे और 25 टी-20 इंटरनेशनल में क्रमश: 31, 65 और 33 विकेट लिए हैं जबकि टेस्ट में चार तो वनडे में एक अर्धशतक भी जड़ा है।
ठाकुर ने शिकायत भी कीदिन का खेल खत्म होने के बाद शार्दुल ठाकुर ने कहा, ‘हम फर्स्ट क्लास मैच तीन तीन दिन के अंतराल पर खेल रहे हैं जो पहले कभी रणजी ट्रॉफी सीजन में नहीं हुआ है। कार्यक्रम मुश्किल से मुश्किल होता जा रहा है। अगर खिलाड़ी इसी तरह दो और सीजन खेलते रहेंगे तो देश में काफी खिलाड़ी चोटिल हो जाएंगे। अगले साल बीसीसीआई को इस पर दोबारा विचार करना होगा और अधिक ब्रेक देना होगा।’ उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी मैच के बीच काफी दिन मिलते थे।