लखनऊ: यूपी बोर्ड (UP Board) की हाईस्कूल परीक्षा 2024 शुरू हो चुकी है, लेकिन एक छात्र परीक्षा में बैठने से वंचित रह गया। छात्र का आरोप है कि स्कूल ने उससे परीक्षा शुल्क जमा करा लिया था, लेकिन उसका रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया।
छात्र का नाम रवि कुमार है और वह लखनऊ के एक सरकारी स्कूल में पढ़ता है। उसने बताया कि उसने पिछले साल दिसंबर में परीक्षा शुल्क जमा करा दिया था। जब वह एडमिट कार्ड लेने गया तो उसे पता चला कि उसका रजिस्ट्रेशन ही नहीं किया गया था।
रवि ने बताया कि उसने स्कूल प्रबंधन से इस बारे में बात की, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। अब वह परीक्षा से वंचित रह गया है। इस मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) ने कहा कि वे मामले की जांच करवाएंगे। यह घटना यूपी बोर्ड की परीक्षा प्रणाली में लापरवाही की पोल खोलती है। छात्रों से परीक्षा शुल्क जमा कराना और फिर उनका रजिस्ट्रेशन नहीं करना एक गंभीर मामला है।
इस घटना के बाद छात्रों और अभिभावकों में नाराजगी है। वे मांग कर रहे हैं कि इस मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। यह घटना शिक्षा विभाग के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। विभाग को इस मामले की जांच करवाकर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
कुछ महत्वपूर्ण जानकारी UP Board परीक्षा के
- यूपी बोर्ड की परीक्षा में इस साल 56 लाख से अधिक छात्र शामिल हो रहे हैं।
- परीक्षा 24 फरवरी से 20 मार्च तक चलेगी।
- परीक्षा के लिए 8,265 केंद्र बनाए गए हैं।
- परीक्षा के दौरान कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
यह घटना सिर्फ रवि की समस्या नहीं है, बल्कि पूरे शिक्षा तंत्र की खामियों को दर्शाती है। जरूरी है कि इस मामले की गहन जांच हो, दोषियों को दंड दिया जाए और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
आप भी अपनी आवाज बुलंद कर सकते हैं। सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को उठाएं, अधिकारियों से जवाब मांगें और रवि जैसे छात्रों को न्याय दिलाने की मांग करें। शिक्षा का अधिकार सबका है, उसे किसी की लापरवाही से छीना नहीं जा सकता।