प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप की यात्रा की थी. अपनी लक्षद्वीप यात्रा के दौरान की कुछ खूबसूरत तस्वीरों को पीएम मोदी ने साझा करते हुए यहां पर्यटन को बढ़ावा दिया था. इसे लेकर मालदीव के एक नेता ने पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा का मजाक उड़ा कर नया विवाद खड़ा कर दिया है. इस टिप्पणी पर मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु ने सहमति नहीं जताई है.
मालदीव पर्यटन मंत्रालय के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो यहां की यात्रा करने वालों में सबसे ज्यादा पर्यटक भारतीय हैं. पर्यटन मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि दिसंबर 2023 तक मालदीव में आने वाले पर्यटकों में भारतीय पर्यटक सबसे ज्यादा थे.
आंकड़ों में 13 दिसंबर तक द्वीप राष्ट्र में देश दुनिया से कुल 17,57,939 पर्यटक पहुंचे, जोकि 2022 की तुलना में 12.6 फीसदी ज्यादा रिकॉर्ड किए गए.
मालदीव की यात्रा करने वाले दुनिया के देशों में से सबसे ज्यादा भारतीय टूरिस्ट 2,09,198 रिकॉर्ड किए गए. इसके बाद दूसरे नंबर पर रूस के 2,09,146 पर्यटक और चीन के 1,87,118 टूरिस्ट तीसरे नंबर पर दर्ज किए गए.
मालदीव में दुनिया के कई और बड़े देशों के नागरिकों ने भी दौरा किया है. यूके से करीब 1,55,730, जर्मनी से 1,35,090, इटली से 1,18,412, अमेरिका से 74,575, फ्रांस से 49,199, स्पेन से 40,462 और स्विट्जरलैंड से 37,260 टूरिस्ट ने मालदीव भ्रमण किया.
मालदीव कई सालों से भारतीय पर्यटकों के घूमने के लिए बेहद ही खास और पसंदीदा जगह बना हुआ है. भारतीयों के बीच ये टूरिस्ट स्पॉट के रूप में लोकप्रिय है. कई बड़ी और नामचीन हस्तियां यहां अक्सर घूमने जाती रहती हैं.
आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो 2018 में भारत और मालदीव के बीच सीधी उड़ान शुरू होने से बड़ा फायदा मिला था. अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 51,000 यात्रियों की दोनों देशों के बीच आवाजाही दर्ज हुई. अगले साल 2019 में यह आंकड़ा 60 हजार को पार कर गया. 2021 की चौथी तिमाही में यह आंकड़ा 1.15 लाख यात्री पहुंच गया था.
कोविड-19 के दौरान भी भारत और मालदीव के बीच पर्यटकों की आवाजाही बंद नहीं हुई थी.
मालदीव ने कोविड प्रोटोकॉल के नियमों का सख्ती से पालन करते हुए अपने टूरिस्टों का स्वागत किया था. उस समय खासकर अक्टूबर से दिसंबर के दौरान भारत इस घातक बीमारी से बहुत आगे निकल गया था.